Madhu Tyagi public
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बताया जाता है कि यहां एक नदी है उसमें रह रहे एक मगरमच्छ से हाथी का लंबा बैर चला। एक दिन मगर ने हाथी (गज) का पैर पकड़ लिया और पानी में खींचने लगा। हाथी त्राहि-त्राहि कर उठा। जौ भर सूंड पानी के ऊपर रह गई तो हाथी की पुकार पर भगवान विष्णु अवतरित हुए और सुदर्शन चक्र से मगर की गर्दन काटकर हाथी को बचाया। मंदिर में इस दृश्य को दर्शाती मूर्तियां लगी हैं। Ch…
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महाभारत ऐसा महाकाव्य है, जिसमें कई छोटी-बड़ी शिक्षाप्रद घटनाओं का जिक्र है। द्रौपदी चीरहरण भी महाभारत की ऐसी ही घटना है। द्रौपदी पांचाल देश की राजकुमारी थी और उसका विवाह अर्जुन से हुआ था। अर्जुन ने द्रौपदी के स्वयंवर में मछली की आंख में निशाना साधकर उससे विवाह किया था, लेकिन माता कुंती के अंजाने में दिए एक आदेश से द्रौपदी पांडवों यानी पांचों भाइयों …
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जब भी किसी भक्त पर कोई संकट आता है तो भगवान विष्णु उसकी रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं.भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लिया था और राजा हिरण्यकश्यप का वध किया था. हिरण्यकश्यप का वध करना इतना आसान नहीं था, क्योंकि उसे भगवान ब्रह्मा से एक विशेष वरदान प्राप्त था. जिसके चलते वह स्वयं को ही भगवान मानने लगा था. Check out my lat…
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रैदास को रविदास के नाम से भी जाना जाता है।v इनके लगभग सौ पद गुरुग्रंथ साहब में भी प्रकाशित हुए हैं।v संत कवि रैदास के कुछ पद संतवाणी में भी मिलते हैं।v इनकी रचनाओं का एक अलग संग्रह भी हैं।v इनकी ज्ञान-साधना अनुभव पर आधारित है।v ब्रजभाषा में अवधी, राजस्थानी, खड़ी बोली, अरबी-फारसी शब्दों का भी मिश्रण मिलता है। संत रैदास की भक्ति दास्य भाव की भक्ति है…
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'दिए जल उठे' कहानी आज़ादी के लिए प्रयत्नशील भारत की महत्वपूर्ण घटना पर आधारित है। जब वल्लभभाई पटेल के आह्वान पर पूरा भारत 'दांडी कूच' के लिए तैयार था। इस कूच को असफल बनाने के उद्देश्य से अंग्रेजों ने उनको तीन महीने के कारावास में डाल दिया। गांधी जी को वल्लभभाई पटेल की इस तरह से हुई गिरफ्तारी अच्छी नहीं लगी और उन्होंने स्वयं इस यात्रा का नेतृत्व किय…
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प्रस्तुत कविता में देश के सैनिकों की भावनाओं का वर्णन है। सैनिक कभी भी देश के मानसम्मान को बचाने से पीछे नहीं हटेगा। फिर चाहे उसे अपनी जान से ही हाथ क्यों ना गवाना पड़े। भारत - चीन युद्ध के दौरान सैनिकों को गोलियाँ लगने के कारण उनकी साँसें रुकने वाली थी ,ठण्ड के कारण उनकी नाड़ियों में खून जम रहा था परन्तु उन्होंने किसी चीज़ की परवाह न करते हुए दुश्…
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इफ़्फ़न के बारे में कुछ जान लेना इसलिए ज़रूरी है कि इफ़्फ़न टोपी का पहला दोस्त था। इस इफ़्फ़न को टोपी ने सदा इफ्फन कहा। इफ़्फ़न ने इसका बुरा माना। परन्तु वह इफ्फन पुकारने पर बोलता रहा। इसी बोलते रहने में उसकी बड़ाई थी। यह नामों का चक्कर भी अजीब होता है। उर्दू और हिंदी एक ही भाषा, हिंदवी के दो नाम हैं। परन्तु आप खुद देख लीजिए कि नाम बदल जाने से कैसे…
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कवि - कबीरदासजन्म - (लहरतारा , काशी )मृत्यु - ( मगहर , उत्तरपरदेश )eck out my latest episode!'साखी ' शब्द ' साक्षी ' शब्द का ही (तद्भव ) बदला हुआ रूप है। साक्षी शब्द साक्ष्य से बना है। जिसका अर्थ होता है -प्रत्यक्ष ज्ञान अर्थात जो ज्ञान सबको स्पष्ट दिखाई दे। यह प्रत्यक्ष ज्ञान गुरु द्वारा शिष्य को प्रदान किया जाता है। संत ( सज्जन ) सम्प्रदाय (समाज …
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शब्द - एक या अनेक वर्णों से बने अर्थपूर्ण समूह को शब्द कहते है। जैसे – राम, आम, खा, इत्यादि। पद - जब इन सार्थक मतलब अर्थपूर्ण शब्द का प्रयोग वाक्य में किया जाता है, तो उस शब्द को पद कहते है। अब यह केवल शब्द नहीं रह जाता है बल्कि यह शब्द वाक्य में लिंग, वचन, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, इत्यादि दर्शाता है।…
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लेखक - रविंद्र केलेकरजन्म - 7 मार्च 1925 (कोंकण)Check out my latest episode!लेखक ने प्रस्तुत पाठ में जो प्रसंग प्रस्तुत किए हैं, उनमें पहले प्रसंग (गिन्नी का सोना) जीवन में अपने लिए सुख-साधन जुटाने वालों से नहीं बल्कि उन लोगो से परिचित करवाता है जो इस संसार को सब के लिए जीने और रहने योग्य बनाए हुए हैं।लेखक कहते हैं कि शुद्ध सोने में और सोने के सिक्…
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लेखक - हबीब तनवीरजन्म - 1923 (छत्तीसगढ़, रायपुर)प्रस्तुत पाठ में भी एक ऐसे ही अपनी जान पर खेल जाने वाले शूरवीर के कारनामों का वर्णन किया गया है। जिसका केवल एक ही लक्ष्य था -अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना। कंपनी के हुक्म चलाने वालों की उसने नींद हराम कर राखी थी। वह इतना निडर था कि मुसीबत को खुद बुलावा देते हुए न सिर्फ कंपनी के अफसरों के बीच पहुँचा…
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हम प्रतिदिन तरह-तरह की जानकारियों से अवगत होना चाहते हैं इसलिए सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं। इसी तरह सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाएँ भी कुछ आवश्यक सूचनाएँ लोगों तक पहुँचाती हैं। जन साधारण के लिए वे समय-समय पर ज़ारी करती हैं। इन सूचनाओं को जनता तक लिखित रूप में पहुँचाना सूचना-लेखन कहलाता है।By Madhu Tyagi
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Cयशपाल का जन्म पिफरोज़्ापुर छावनी में सन् 1903 में हुआ। इन्होंने आरंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूल में और उच्च शिक्षा लाहौर में पाई। प्रस्तुत कहानी देश में फैले अंधविश्वासों और उँफच-नीच वेफ भेद-भाव को बेनकाब करते हुए यह बताती है कि दुःख की अनुभूति सभी को समान रूप से होती है। कहानी धनी लोगों की अमानवीयता और गरीबों की मजबूरी को भी पूरी गहराई से उजागर करती …
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हरिहर काका पाठ के लेखक मिथिलेेेश्वर जी हैं। इस कहानी का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण पारिवारिक जीवन में ही नहीं हमारे आस्था प्रतीक धर्मस्थानों और धर्मध्वजा धारकों में जो स्वार्थलोलुपता घर करती जा रही है, उसे उजागर करना है।एक वृद्ध और निसंतान व्यक्ति का मानसिक शोषण किया जाता है उनकी ज़्ामीन हथियाने लिए महंत और उन भाई उनका अहित करने मंे मग्न रहते हैं। इस ल…
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डायरी का एक पन्ना के लेखक सीताराम सेकसरिया हैं।1892 मंे राजस्थान के नवलगढ़ मंे जन्मे सीताराम सेकसरिया का अधिकांश जीवन कलकत्ता में बीता। प्रस्तुत पाठ के लेखक सीताराम सेकसरिया आज़्ाादी की कामना करने वाले उन्हीं अनंत लोगों में से एक थे। वह दिन-प्रतिदिन जो भी देखते, सुनते और महसूस करते थे, उसे अपनी निजी डायरी में दर्श कर लेते थे। यह क्रम कई वर्षों तक चल…
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